१६. संघर्ष को स्वीकार करें: संघर्ष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। हमें चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए और उनसे निपटने का तात्पर्य है। संघर्ष हमें आत्मविश्वास और समर्पण में सुधार करता है।
१६. संघर्ष को स्वीकार करें: संघर्ष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। हमें चुनौतियों को स्वीकार करना चाहिए और उनसे निपटने का तात्पर्य है। संघर्ष हमें आत्मविश्वास और समर्पण में सुधार करता है।